सिरसा ब्रांच नहर में डूबे छात्र का गोताखोर ने निकाला शव
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
बुधवार 5 जूून को सिरसा ब्रांच नहर पर मोहलखेड़ा-सुरजाखेड़ा लिंक मार्ग पर निर्माणाधीन पुल के पास एक युवक नहर में नहाते डूब गया था। जिसके बाद उसके डूबने की सूचना पुलिस को दे दी थी, लेकिन पुलिस वहां पहुंची भी, मगर वहां मजदूरों से पूछताछ करने के बाद पुलिस वापिस लौट गई थी। मृतक छात्र के परिजन उसको कोचिंग सेंटर व उसके दोस्तों के पास सारी रात तलाश करते रहे, लेकिन उनको उसको कहीं सुराग नहीं लगा। इस बारे में पुलिस को भी सूचित किया गया, परंतु परिजनों को पुलिस से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इससे परिजन हताश हो गये। इसके बाद मृतक के चाचा संदीप ने अपने स्तर पर गोताखोर को बुलाया और जहां वह युवक डूबा था, वहीं उसका शव मिल गया। इसके बाद शव को बाहर निकाला गया, जहां उसकी पहचान गांव खरल वासी 20 वर्षीय सुनील के रूप में हुई। पुलिस ने शव का बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कारवाई शुरू कर दी।
सुनील के साथ गया युवक करता रहा टाल-मटोल
जब मृतक सुनील का चाचा संदीप अपने स्तर पर उसकी तलाश कर रहा था, लेकिन जहां कोचिंग सेंटर में पढ़ता था, तो उसको एक युवक के साथ सीसीटीवी कैमरे में उसकी तस्वीर दिखाई दी और उसके बाद उस तस्वीर वाले युवक गांव दनौदा कलां वासी मनदीप के साथ बात की, तो उसने सुनील को जानने से भी इनकार कर दिया। लेकिन चाचा संदीप ने बार-बार युवक मनदीप से बातचीत की, तो वह हर बाद टाल-मटोल करता रहा। लेकिन जब उसके चाचा संदीप ने मनदीप के पास फोन किया और 6 युवक नहर में नहाने की बात कही, तो मनदीप टूट गया और उसने उसके साथ होने की बात कही। जिसके बाद परिजनों ने बताई हुई जगह पर गोताखोर बुलाकर उसको ढूंढ निकाला।
मृतक सुनील इकलौती संतान थी
मृतक सुनील अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी और वह नरवाना में कोचिंग सेंटर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए सुबह 9 बजे आ जाता था और शाम को साढे 4 बजे के आस-पास घर पहुंचता था। लेकिन जब वह शाम तक घर वापिस नहीं लौटा, तो परिजनों को उसकी चिंता हुई, तो उसके फोन पर बातचीत करनी चाही, तो फोन बंद मिला। बाद में कोचिंग सेंटर में पता किया, तो जल्दी ही निकल जाने की बात चली। चाचा संदीप ने बताया कि सुनील को तैरना नहीं आता था और वह अपने घर में भी सर्दी-गर्मी में गर्म पानी से ही नहाता था और उसको ठंडे पानी से डर लगता था।
मृतक सुनील के हाथ पर लिपटी मिली रस्सी
जब सुनील के शव को नहर से बाहर निकाला गया, तो उसके दोनों हाथों पर रस्सी लिपटी हुई मिली। इससे यह आंशका लगाई जा रही है कि सुनील को तैरना न आने के कारण उसको रस्सी पकड़ाकर नहर में उतार दिया गया होगा, लेकिन जब सुनील नहर में डूबने लगा, तो नहर के किनारे खड़े युवकों ने डूबता देख रस्सी छूट गई। जिसके बाद सुनील नहर के गहरे पानी में डूब गया।
सदर पुलिस की लापरवाही आई सामने
सिरसा ब्रांच नहर में नहा रहे एक युवक की डूबने की खबर वहां से गुजरते हुए सदर थाना में दे दी थी और इसके बाद गोताखोर को भी सूचित कर दिया गया था। पुलिस सूचना मिलते ही वहां बताये गये मौके पर पहुंच गई थी, जिस पर मजदूरों ने एक युवक के डूबने की बात कही। लेकिन पुलिस ने इस बात को हल्के में लिया। इसके बाद पुलिस ने बीच रास्ते में पहुंचे गोताखोर को वापिस ही भेज दिया। अगर पुलिस मजूदरों की बात पर विश्वास कर लेती, तो सुनील का शव उसी समय मिल जाता, तो परिजनों को रात भर नहीं ढूंढना पड़ता।